आ जाओ
जिंदगी है कि रुकती नहीं
आज सब हैं
कल कोई नहीं ।
वक़्त का तकाज़ा है
चारों तरफ जनाजा है
सोचा किया था कल मिलेंगे
आज खबर नहीं उनकी
ढूंढे न मिले जो हर पल साथ थे कभी
सोचा न था कभी
ये दौर भी आएगा
बिना कुछ कहे कोई चला जाएगा
बोझ मन पर कई छोड़ जाएगा
आ जाओ
जिंदगी है कि रुकती नहीं
आज सब हैं
कल कोई नहीं ।
(राजू दत्ता✍️)
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